महिलाओं के शरीर के बारे में 10 बेहद ही रोचक तथ्य, Psychological Facts About Women, Check the video in last of the post.
औरत ब्रह्माण्ड के सबसे खूब सूरत रचनाओं में से एक हैं केहने में कोई गलत नहीं होगा और किसी औरत को समझना किसी रहस्य से कम नहीं। Female Body प्रकृतिके जटिल रचनाओं में से एक हैं। पीरियडस तथा हार्मोन से लेकर प्रेगनेंसी तक महिलाओं के शरीर में ऐसी कई चीजें होती हैं, जिन्हे हम पुरुष ना ही महसूस कर सकते हैं, ना ही समझ सकते हैं।
एक Female Body के अंदर नजाने ऐसे कितने राज हैं, जो शायद ही किसी को पाता हो और इनसे जुड़े ऐसे कई रहस्य हैं जो आज भी अन सुलझे हैं।
आइए नजर डालते हैं, Female Body से जुड़े कुछ बेहद Interesting और Unbelieble fact के बारे में। जो कि किसी भी व्यक्ति को चौका सकते हैं।
Psychological Facts About Women
लचीलापन – Flexibility
बात अगर लचकता कि हो तो एक महिला की शरीर किसी भी पुरुष के मुकाबले ज्यादा लचीला होते हैं। महिलाओं के शरीर में एक पुरुष से ज्यादा Elastic मौजूद होता हैं और यही चीज महिलाओं के शरीर को किसी भी पुरुष के तुलना में ज्यादा लचीला बनती हैं। शायद इसीलिए ये देखा ज्ञ हैं कि Gymnastic में औरतों कि संख्या मर्दो से काफ़ी ज्यादा होती हैं।
असमान स्तन का आकार – Unequal Breast size
वैसे तो फीमेल ब्रेस्ट देखने में एक जैसा लगता है, लेकिन हकीकत में दोनों ब्रैस्ट के आकार एक दूसरे से अलग अलग होता हैं। एक ब्रैस्ट का आकार एक दूसरे से छोटा या बड़ा होता हैं। और ऐसा होना आम बात हैं। हो सकता हैं, आप में से कई लोग इस बात को जानते हो, लेकिन ऐसा क्योंकि होता हैं ये बहुत ही कम लोग जानते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकता है। जैसे कि दोनों ब्रेस्ट टिशु की volume में फर्क होना। स्किन का इलास्टिसिटी अलग अलग होना या ब्रैस्ट का पॉकेट छोटा बड़ा होना।
कभी न खत्म होने वाली बातें – Never Ending Talks
औरते मर्दों के मुकाबले बहुत ज्यादा बोलते हैं। एक रिसर्च के अनुसर दिन भर में कोई भी औरत लगभग 20 हजार शब्द बोलते हैं। मर्द केवल 7000 शब्द बोलते हैं। दरअसल मनुष्य के शरीर में Fox P2 नाम के प्रोटीन पाया जाता हैं। और खास करके यह प्रोटीन औरतों में मर्दों के मुकाबले ज्यादा पाया जाता है। ईस प्रोटीन को लैंग्वेज प्रोटीन भी कहा जाता है। अब आप समझ गए होंगे कि लड़कियां इतना ज्यादा कैसे बोल लेती हैं।
शराब का उच्च प्रभाव – High Impact of Alcohol
Alcohol Capacity के बात करें तो ज्यादातर लोगों का यही मानना होगा कि एक मर्द किसी भी महिला के मुकाबले ज्यादा शराब पी सकता हैं, ये बात पूरी तरह सच हैं। लेकिन ऐसा क्यों होता हैं? आइए जानते हैं।
महिलाओं के शरीर में पुरुषों के मात्रामा शरीर में पानी के मात्रा कम होती हैं, यानी कि फीमेल बॉडी Tissues में Liquid कम पाया जाता है। एसा होने के कारण शराब पीने के बाद इसका असर पुरुषों के मुकाबले जल्दी होता हैं। शरीर में पानी की मात्रा कम होने के कारण से अल्कोहल को डाइजेस्ट करने का क्षमता होता है। और इतना ही नहीं Tissues में पानी के मात्रा कम होने ने कारण से औरतों को पुरुषों के मुकाबले पसीना कम आते हैं।
तेज सुनने की शक्ति – Sensitive and sharp hearing
क्या कभी आपने सोचा है, गहरी नींद में भी एक मां अपने बच्चे की छोटी से छोटी हरकतों को पहचान के उठ जाती है। दरअसल सोने के बाद भी एक औरत के कान किसी भी आवाज की प्रति Hypersensitive यानी कि बेहद संवेदनशील होती है। इतना ही नहीं औरत मर्दों के मुकाबले High Frequency Sound सुनने में भी ज्यादा सक्षम होते हैं। यानी कि इन के कानो कि बारीक और दूर से आ रही हल्की आवाजों को सुनना और समझ लेने की क्षमता ज्यादा होती है।
ह्रदयघात की कारण – Heart attack symptoms
महिलाओं में Heart Attack आने के कारण पुरुषों से अलग हो सकती है। आमतौर पर चेस्ट पेन यानी की छाती में दर्द होना हार्ट अटैक के कॉमन सिंप्टोम्स होता है। लेकिन महिलाओं को छाती के दर्द की जगह इनडाइजेशन, Shoulder Pain जैसा Symptoms Heart Attack होने से पहले महसूस होता हैं।
गर्भावस्था की लालसा – Pregnancy Carvings
हम सब जानते हैं कि, प्रेगनेंसी में महिलाओं को अजीबोगरीब खाने कि इच्छा कभी भी हो सकता है। पूरे 9 महीना के दौरान कभी खट्टा कभी मीठा तो कभी तीखा और नमकीन खाने का मन करता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, 30% प्रेग्नेंट औरतों को inedible चीजें जैसे कि मिटी, पेन या चक और clay जैसा अजीबोगरीब चीजें खानेको मन करता हैं। प्रेगनेंसी का असर महिलाओं को शरीर के साथ उनके दिमाग़ पर भी होता हैं, और हार्मोन्स पर होने वाला तेज बदलाब ऐसा होने का मुख्य कारण माना जाता हैं।
तर्कसंगत सोच – Rational thinking
आमतौर पर औरतों को बेहद इमोशनल माना जाता है। क्योंकि महिलाए अपनी भावनाओं के प्रति ज्यादा संवेदनशील होती हैं। और हर तरह कि इमोशन को बहुत जल्दी प्रकट कर देती हैं। वहीं दूसरी तरफ मर्दों को ज्यादा सूझबूझ और तार्किक सोच रखने वाला समझा जाता है। जोकि हर बात Reason और लॉजिक के हिसाब से करते हैं। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा, कि साइंन्स कुछ और ही कहता हैं।
Cerebral Cortex हमारे दिमाग का एक हिस्सा होता हैं, जो किसी भी रीज़निंग या लॉजिक capacity को दर्शाता हैं। साइकोलॉजिस्ट Stuart Ritchie के अनुसार एक महिला की ब्रेन में Cerebral Cortex की मात्रा एक पुरुषों की ब्रेन के मुकाबले ज्यादा होती है। जोकि उन्हें इमोशनल होने के बावजूद भी डिसीजन लेने में लॉजिकली सोचने कि क्षमता प्रदान करती है।
मजबूत लगाव – Strong attachment
बात अगर रिश्तो की हो तो हमेशा यही देखा गया है कि औरतें रिश्ते बनाने में और उन्हें दीवाने में माहिर होते हैं। इसलिए ज्यादातर रिश्तो में महिलाएं ज्यादा वफादार होते हैं। एक औरत किसी भी रिश्ते में इमोशनली इंवॉल्व हो जाती है। और साइंटिस्ट के अनुसार ऐसा इसलिए होता है कि, महिलाओं के बॉडी में ऑक्सीटॉसिन नामक हार्मोन के मात्रा ज्यादा होती है। ऑक्सीटॉसिन को जॉब हार्मोन भी कहा जाता है। जब भी आप किसी व्यक्ति से मुलाकात करते हैं, या किसी इंसान के प्रति आकर्षित होते हैं, तब हमारा शरीर में यही हार्मोन रिलीज होता है। जिसकी वजह से हमें अच्छा भी महसूस होता है। ऑक्सीटोसिन हार्मोन आपकी अटैचमेंट लेवल को बढ़ाता है। रिलेशनशिप को इंस्टॉल करता है और stress लेवल को कम करता हैं।
किसी व्यक्ति हाथ मिलाने या गले लगने से हमारे शरीर में इसके लेवल बढ़ जातें हैं।
शारीरिक परिवर्तन – Change in body
यह माना जाता है कि 1 महिला के शरीर में सारे बदलाब किशोरवस्था आने तक ख़त्म जो जाता हैं। उसके बाद उनके हाइट बढ़ने बंद हो जाते हैं। लेकिन साइंस को माने तो सच कुछ और ही है। एक महिला की शरीर 20 साल की उम्र में भी खुद को बदलने में सक्षम होती है। सिर्फ शरीर ही नहीं बल्कि महिलाओं के ब्रेन में भी काफी बदलाव 20 की उम्र पार करने के बाद ही आता है।
यही वजह है कि वक्त के साथ-साथ एक महिला कि निर्णय लेने की क्षमता भी विकसित हो जाती है।
उम्मीद करता हूं कि आज कें यह पोस्ट पढ़के आप एक फीमेल बॉडी को जरूर समझा होगा।
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